मोहनदास करमचंद गांधी (महात्मा गांधी) हिन्दुस्तान के आज़ादी के आंदोलन के अगुआ थे। इन्ही की प्रेरणा से 1947 में भारत को आज़ादी हासिल हुई थी। विश्व इतिहास के अमर नायक म
हात्मा गांधी जीवन भर सच्चाई, अहिंसा, और प्यार के रास्ते दिखाते रहे।
1894 में द. अफ्रीका (south africa) की रंगभेद नीती के खिलाफ में “नेशनल इंडियन कांग्रेस„ ( indain national congress) की स्थापना की।
1907 में ब्रीटिश शासन के ख़िलाफ इन्होने “सत्याग्रह आंदोलन„ की शुरूआत की,
1915 में साबर मती (sabar mati) आश्रम की स्थापना की और
1919 में “सविनय अवज्ञा आंदोलन„
1920 में “असहयोग आंदोलन„
1930 में “नमक सत्याग्रह„
1942 में “भारत छोङो„ आंदोलन की अगुआई किया,
1947 में सांप्रदायिक सदभावना स्थापित करने के इन की कोशिश हकीकत में इन की ज़िन्दगी की खास उप्लब्धी थी।
भ्रातृभाव कू स्थापना के लिए कई बार इन्होने अनशन भी किया “सत्य के साथ मेरे प्रयोग„ और “आत्मकथा„ नामी किताब इन की अमर रचनाएं हैं, गांधी जी ने हमेशा राष्ट्र के दलित और पीङित लोगों की मदद की,
अछूतों को “हरीजन„ नाम देकर इन्होने सम्मानित किया,
गांधी जी का जन्म पोरबंदर (गुजरात) में 2अक्टूबर को हुआ था। भारत में शुरूआती पढाई पढने के बाद 1891 में आप ने इंग्लैंड से बैरिस्टरी पास किया।
1894 में इन्हें द.अफ्रीका (south africa) जाना पङा, जहां से इन का राजनीतिक जीवन की शुरूआत हुई।
दूसरे विश्व युद्ध में गांधी जी ने अपने देश वासियों से ब्रिटेन के लिए ना लङने के लिए अपील कीया था, जिस की वजह से इन्हें गिरिफ्तार कर लिया गया था। युद्ध के बाद इन्होंने खुद ही स्वतंत्रता की बागडोर संभाल ली, आखिरकार 1947 में हमारे देश को आज़ादी मिल ही गई।
1948 में नाथूराम गोडसे ने अपनी गोली से इन की जीवन लीला समाप्त कर दीया, इस दुर्घटना से सारी दुनिया शोक और गम में डूब गया।
[विश्व प्रसिद्ध 101 व्यक्तित्व भाग1 पेज 42]
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