neyaz ahmad nizami

Sunday, April 23, 2017

27 रजब


आज 27वीं रजब है

रजब की 27वीं तारीख बहुत फज़ीलत व अज़मत वाली रात है, क्युंकि इसी रात को नबी ﷺ की तरफ पहली वह़ी (रब का वह पैग़ाम जो नबियों पर उतरते हैं)  भेजी गई।
और इसी रात में सरकारे दोआलम ﷺ मेराज के लिए तशरीफ ले गए यही वजह है कि सत्ताईसवीं रात में इबादत करने और दिन में रोज़ा रखने वालों को ढेरों अज्र और स़वाब मिलता है। आईए इसी के बारे में 3 फरमाने मुस्तफा ﷺ पढते हैं।



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1-100साल के रोज़ों का स़वाब
हजरते सलमान फारसी रजियल्लाहु अन्हु से मरवी है की नबी ﷺ  ने फरमाया रजब में एक दिन और रात है जो उस दिन रोज़ा रखे और रात को क़ेयाम (इबादत) करे तो गोया उस ने 100साल के रोज़े रखे और 100साल की शब बेदारी (रातभर अल्लाह की इबादत) की और यह रजब की सत्ताइस (27) तारीख़ है,।( شعیب الایمان ج 3 ص1367)


2- 60महीनों का सवाब
हजरते अबू हुरैरा रजियल्लाहु अन्हु से मरवी है कि,, जो कोई सत्ताइसवीं रजब का रोज़ा रखे अल्लाह तआला उस के लिए 60 महीनों के रोज़ों का सवाब लिखे,
(فضائل شھر رجب للخلال ص76)


3- 27 रजब को मुझे नोबूव्वत मिली जो इस दिन को रोज़ा रखे और इफ्तार के समय दुआ करे, दस बरस के गुनाहों का कफ्फारा हो, (فتاوی رضویہ ج 10ص648)

तो पता चला कि  27वीं रजब हम गुनहगारों के लिए ढेर सारी रहमतें बरकतें लेकर आता है, अगर हमें इस दिन रोज़ा रखने इबादत करने की खुश्नसीबी हासील हो जाए तो अल्लाह की ज़ात से उम्मीद है कि यह सब सवाब हमें मिल सकते हैं।

منقول:  کفن کی واپسی



             मुरत्तिब
NEYAZ AHMAD NIZAMI
 http://neyaznizami.blogspot.com

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