neyaz ahmad nizami

Wednesday, March 1, 2017

जानिए: ज़िन्दगी में पेश आने वाले कुछ मसाइल शरियत की रोशनी में

जानिए: ज़िन्दगी में पेश आने वाले कुछ मसाइल शरियत की रोशनी में मसअला„ च्यूंटी ने इज़ा (तकलीफ) पहुंचाई और मारडाली तो हर्ज नहीं वरना मकरूह है.
 जुं को मार सकते है अगरचे वह काटा ना हो,और आग में डालना मकरूह है, 
जुं को बदन या कपङे से निकाल कर ज़िन्दा फेंक देना अदब के खेलाफ है (आ़लमगीरी) 
 खटमल को मारना जायज़ है कि यह तकलीफ देने वाला जानवर है, (क़ानून-ए-शरीयात, हिस्सा 2, पेज 352) 
अपना हक़ ज़बर दस्ती लेना कैसा:
 मसअला: जिस के ज़िम्मा अपना हक़ हो और वह ना देता हो तो,अगर उस की ऐसी चीज़ मिल जाए जो उसी जिन्स (उसी जैसा) की है जिस जिन्स का हक़ है तो ले सकता है, (दूर्रे मुख्तार)

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