अप्रैल फूल मनाना और झूट बोलना जायज़ नहीं
झूट बोलकर अप्रैल फूल मनाने वालों होशियार
रसूलुल्लाह ﷺ ने इर्शाद फरमाया कि बन्दा जब झूट बोलता है तो उस की बदबू से फरिश्ता एक मील (1km600mtr) दूर हो जाता है,
(ترمذی شریف جلد2ص28)
रसूलुल्लाह ﷺ ने इर्शाद फरमाया कि बन्दा पूरा मोमिन नही होता जब तक कि मज़ाक़ में भी झूट बोलना ना छोङ दे۔۔
झूट बोलकर अप्रैल फूल मनाने वालों होशियार
रसूलुल्लाह ﷺ ने इर्शाद फरमाया कि बन्दा जब झूट बोलता है तो उस की बदबू से फरिश्ता एक मील (1km600mtr) दूर हो जाता है,
(ترمذی شریف جلد2ص28)
रसूलुल्लाह ﷺ ने इर्शाद फरमाया कि बन्दा पूरा मोमिन नही होता जब तक कि मज़ाक़ में भी झूट बोलना ना छोङ दे۔۔
(الترغیب والترھیب ج3 ص594)
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Neyaz Ahmad Nizami
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